आबादी के हिसाब से मुसलमानों को मिले आरक्षण-डॉ दानिश

पटना 25 अगस्त 2018 (शनिवार)
एक तरफ़ जहाँ आरक्षण को लेकर देश में धरना प्रदर्शन की का दौर चल रहा है वहीं दूसरी ओर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिज़वान ने मुसलमानों को आरक्षण की माँग करके नया राजनैतिक भूचाल ला दिया है।
हम प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान राजनैतिक और समाजिक परिपेक्ष में मुसलमानों की स्थिति को ध्यान में रखकर केन्द्र सरकार को सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशों को लागू करने का समय आ गया है।
डॉ दानिश ने कहा कि सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशों में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि भारत के मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी बदतर है। ना रहने का सही ठिकाना है ना सरकारी नौकरी की व्यवस्था।सबसे बड़ी और शर्मनाक बात यह है विधानसभा से लेकर संसद तक मुस्लिम प्रतिनिधियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है जो चिंताजनक है।क्योंकि अगर सदन में मुस्लिम प्रतिनिधि ही नहीं रहेंगें तो उनके समाजिक,शैक्षणिक समस्याओं को सरकार के सामने कौन रखेगा।
डॉ दानिश ने कहा कि एक तरफ़ जहाँ मुस्लिम समाज हर दृष्टिकोण से पिछड़ता जा रहा है वहीं कई राजनीतिक पार्टियां तो ऐसी स्थिति में आ गई है कि वह अब मुसलमानों को टिकट देने पर से भी परहेज़ कर रही है,क्योंकि उन्हें पता है कि मुसलमानों को टिकट देने से कोई ख़ास फ़ायदा नहीं होने वाला।ऐसी स्थिति में अब केंद्र की मोदी सरकार को चाहिए कि वह सिर्फ़ मुस्लिम महिलाओं की नहीं बल्कि पूरे मुस्लिम समाज की चिंता करें और सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशों को लागू करवाए।नहीं तो आने वाले वक़्त में मुसलमान हाशिये पर चला जाएगा जिससे देश का विकास भी प्रभावित होगा।
हम प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरीक़े से दलित वर्ग में विभिन्न जातियों है ठीक उसी तरह मुस्लिम समाज में वही काम करने वाले जाति के लोग मौजूद हैं जिन्हें किसी भी क़ीमत पर आरक्षण की ज़रूरत है और उनका विकास बिना आरक्षण के नहीं हो सकता।
डॉ दानिश रिज़वान ने केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी भरे लहजे़ में कहा कि अगर मुसलमानों को उनकी आबादी के हिसाब से आरक्षण नहीं मिला तो मुसलमान सड़कों पर उतरेंगें और एक नए आंदोलन की शुरूआत करेंगे।

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